ट्रेन यात्रा हमारे जीवन में आनंद का एक महत्वपूर्ण अंश है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर ट्रेन के ड्राइवर और सहायक ड्राइवर सो जाएं, तो क्या हो सकता है?
स्थिति को रोकने के लिए, ट्रेन के इंजन में सतर्कता नियंत्रण उपकरण लगा होता है। यह उपकरण ड्राइवर की हर कार्रवाई की निगरानी करता है। यह जाँचता है कि क्या ड्राइवर ने ट्रेन की गति बदली है, या फिर ब्रेक या हॉर्न चलाया है। हर एक मिनट में, ड्राइवर को उस उपकरण को सिग्नल देना होता है। अगर सिग्नल नहीं मिलता है, तो उपकरण बंद हो जाता है और ट्रेन को ब्रेक लग जाता है, ताकि हादसा रोका जा सके।
शायद आपको यह पसंद आये